वो धार थी

Illustration by Shrujana N Shridhar

वो धार थी

कटार थी

थोड़ी तीर

पूरी तलवार थी

अस्सी पे सौ

सौ पे सवा सौ

की मार थी हमारी फूलन !

Tasveer Parmar

Tasveer Parmar

मैं भोपाल में रहता हूँ, साथ ही, विमुक्त जातीय पारधी से हूँ ओर मैं लॉ 4th ईयर की पढ़ाई कर रहा हूँ। हमने अभी 2 साल पहले पारधी युवा समूह मजल बनाया है जिसके साथ सामुदायिक मुद्दों पर काम रहे है। समुदाय से जुड़े मुद्दे पर कई अनुभव बने है उन पर फिर कविताए लिखना शुरू किया 2016 से। फिर कविताए ही अपने बोल को जाहिर करने लगी। अभी मैंने ज्यातर कविताए DNT मुद्दों पर करी है।

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